Girish karnad ka 81 saal ki umar me nidhan

girish karnad ka nidhan
Pic courtesy (Wikipedia)

अनुभवी नाटककार और अभिनेता गिरीश कर्नाड का सोमवार को 81 वर्ष की आयु में बेंगलुरु में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।

 

कर्नाड पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। गिरीश ने नाटकों से अपने करियर की शुरुआत कीऔर फिल्मों में भी अभिनय किया, इन्हे लोगो ने काफी पसंद भी किया! बहुत हे स्स्धारण लाइफस्टाइल जीने वाले व्यक्ति में से एक थे गिरीश कनार्ड।

 

गिरीश कर्नाड को 1974 में पद्म श्री से और 1992 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था। वह 1960 के दशक में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्कॉलर भी थे, जिन्होंने पोलिटिकल साइंस, फिलॉसफी,  और इकोनॉमिक्स में अपनी आर्ट्स की डिग्री हासिल की थी।

 

हालांकि उन्होंने एक अभिनेता के रूप में सिनेमा में अपना करियर शुरू किया, लेकिन उन्हें एक लेखक और विचारक के रूप में जाना जाता है। बाद के वर्षों में, आपने कर्नाड को सलमान खान की टाइगर ज़िंदा है और अजय देवगन-स्टारर शिवाय जैसी फ़िल्मों में भी देखा होगा।

 

उनकी हिंदी फिल्मों में स्वामी, पुकार, निशांत और मंथन शामिल हैं। उन्होंने इकबाल के साथ शुरू हुई नागेश कुकुनूर की कई फिल्मों में अभिनय किया था, जिसमें कर्नाड ने एक क्रूर क्रिकेट कोच की भूमिका निभाई थी। इसके बाद डोर, 8 x 10 तस्वीर और आशाएं शामिल थी!

 

उनके टीवी शो में मालगुडी डेज़ शामिल है जिसमें उन्होंने कई नाटक में अपनी भूमिका से लोगो के दिल में जगह बनायीं थी! आप सच माने तो हमने भी इन्हे अपने बचपन से मालगुडी डेज़ से ही देखा है! जो की अपने ज़माने में बहुत बहुचर्चित शो था!

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि अभिनेता के काम आने वाले वर्षों में भी लोकप्रिय रहेंगे।

 

मोदी ने लिखा गिरीश कर्नाड को सभी माध्यमों में उनके बहुमुखी अभिनय के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने अपने चाहने वालो से भी भावुकता से बात की। आने वाले वर्षों में उनकी रचनाएँ लोकप्रिय रहेंगी। उनके निधन से वह दुखी है और उनकी आत्मा को शांति मिले।

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