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Chopsticks (Netflix)

Director – Sachin Yardi

Cast – Abhay Deol, Mithila Palkar, Vijay Raaz

Rating – 2/5

Chopsticks Netflix की पहली भारतीय मूल फिल्म है, इससे पहले नेटफ्लिक्स सिर्फ हिंदी भाषा में सीरीज़ ही बनाता था लेकिन अब उसने हिंदी फिल्म भी बनाना शुरू कर दिया है! नेटफ्लिक्स एक मेहंगा स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म है तो इसकी सब्सक्रिप्शन लेने वाले लोगो का यही मानना है की नेटफ्लिक्स जो भी फिल्म बनाये वह उनकी कसौटी पर खरी उतरनी चाहिए! इसलिए आज हम बात करने वाले है नेटफ्लिक्स की नयी फिल्म चॉपस्टिक्स की!

इससे पहले हमने नेटफ्लिक्स पर कुछ हिंदी फिल्म्स देखि है लेकिन हम उन्हें पूरी तरह से फिल्म नहीं कह सकते, जी हाँ हम बात कर रहे है Lust Stories की और बृजमोहन अमर रहे की। आप पाएंगे की, ये ऐसी फिल्में थीं जिन्हें स्ट्रीमिंग सेवा करते हुए इनसे कमीशन नहीं ली गयी थी, बल्कि इसके बदले इसे बेच दिया गया था। इस बीच, चॉपस्टिक्स को हमेशा नेटफ्लिक्स ओरिजिनल बनाने का इरादा था। अफसोस की बात यह है कि चॉपस्टिक्स की कहानी नेटफ्लिक्स के लेवल को सूट नहीं कर रही बल्कि ऐसा मन जा रहा है की इसकी कहानी हॉटस्टार जैसी स्ट्रीमिंग सर्विस पर ज़्यादा सूट करेगी!

यह स्पष्ट रूप से Sacred games, या मिथिला पालकर की दूसरी फिल्म है Little Things जैसी कहानी का आनंद लेने वालो की तुलना में एक अलग श्रेणी के लोगो के लिए बनायीं गयी है! चाहे ये फिल्म किसी भी श्रेणी के लोगो के लिए बनायीं गयी हो पर उसके अनुसार भी, इसकी स्टोरी लोगो के दिल तक नहीं पहुंच पायी और फ़ैल हो गयी! चॉपस्टिक्स एक ऐसी कहानी है, जिसके अंदर आश्चर्यजनक रूप से बहुत कम ‘कॉमेडी’ है, ऐसा लगता है की एक निर्देशक के पास इसे बनाने का कम बजट था और उसने हार ना मानते हुए भी ऐसी स्टोरी का निर्देशन किया!

आपने कई बार ऐसी फिल्म देखि होगी और महसूस किया होगा की, जैसा कि आपने वो फिल्म पहले देखि है बस उसमे काम करने वाले लोगो के चेहरे बदल गए है! मतलब की जब कोई फिल्म देखकर हमारे अंदर से आवाज आती है की आगे इस फिल्म में ये होगा या वो होगा, ऐसी ही फिल्म है नेटफ्लिक्स की चॉपस्टिक्स जिसे जब आप देखना शुरू करेंगे तो पहले ही आगे की स्टोरी समझ जाएंगे!

सच बताये तो, आज कल YouTube पर Vlogs बनाने के लिए भी अच्छे कैमरे का इस्तमाल होने लगा है लेकिन इस फिल्म में इस्तमाल हुए कैमरे की कोई तुलना नहीं है! कई जगह तो हमे ऐसा लगा की इस मूवी की शूटिंग एक मोबाइल पर फिल्मायी गयी है। जब इस फिल्म ला क्लाइमेक्स फिल्माया जा रहा था तो उस दौरान ऐसा लगता है की कई एक्स्ट्रा कलाकार सीधे कैमरे में ही घूर रहे हैं, जैसे उन्हें लग रहा हो की वो गलती से इस फिल्म के सेट पर आ गए हो!

अगर हम अपना नज़रिया बताये तो आप इस फिल्म को देखने से बचे नहीं तो आप बहुत पछताने वाले है! हमे समझ नहीं अत की नेटफ्लिक्स का जो एक लेवल है वो इस फिल्म को बनाते हुए नज़र अंदाज़ क्यों किया गया है! इससे हम क्या अनुमान लगाए की नेटफ्लिक्स के पास मूवी बनाने के लिए अब बजट नहीं रहा और अगर मान लेते है की वास्तव में बजट नहीं रहा तो नेटफ्लिक्स को क्या ज़रूरत है ऐसी फिल्म बनाने की जिससे उसी का लेवल काम हो रहा है!

अगर हम मिथिला की एक्टिंग की बात करे तो उनके द्वारा निभाए गए पिछली फिल्मो में रोल्स चाहे वो फिल्म हो कारवां या कोई और उससे थोड़ा हटकर चरित्र निभाने का मौका देता है! लेकिन फिर भी मिथिला इस फिल्म की स्टोरी को उठा नहीं पायी! और अगर बात की जाए अभय देयोल की एक्टिंग की तो हम सब जानते है की उनकी एक्टिंग कितनी अच्छी है चाहे उनकी कोई भी पुरानी फिल्मे उठाके देखलो! मगर जब फिल्म की स्टोरी में ही दम न हो तो कोई भी एक्टर अपनी एक्टिंग के दम पर फिल्म को नहीं चला सकता!

इन दोनों को ही ऐसी औसत दर्जे की फिल्म में काम करते हुए देखना निराशाजनक है, क्योंकि मिथिला, और अभय दोनों ने ही विशेष रूप से पिछले दशक के कुछ सर्वश्रेष्ठ क्लासिक्स में अभिनय किया है – दोनों ही बहुत ही बेहतर कलाकार हैं। हालांकि, फिल्म में एकमात्र हसने का कारन विजय राज को ठहराया जा सकता है, जो अपने किरदार में पुरे तरीके से घुसे हुए है और पूरी तरह से एक अलग लीग में है। अक्सर गैंगस्टर की भूमिका निभाने वाले विजय राज ने हाल के प्रोजेक्ट्स जैसे गली बॉय, मेड इन हैवन और सैग अली खान की फिल्म कलाकांदी  में अपना रोल थोड़ा हटकर किया है! और यह कहना गलत नहीं होगा की अगर आप विजय राज की एक्टिंग के फैन है तो आप इस फिल्म को देख सकते है!

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