घर छोटा हो या बड़ा, या कोई अमीर हो या गरीब नमक ऐसी चीज़ है जो हर घर में काम आती है! लेकिन इस मुश्किल भरे दौर में नमक को लेके एक चौकाने वाली खबर सामने आ रही है! जो भी अपने घर में पैकेट वाला नमक इस्तमाल करता है अब वो थोड़े सतर्क हो जाये! हाल ही में IIT बॉम्बे ने एक रिसर्च किया था जिसमे चौकाने वाले तथ्य सामने आये थे! उन्होंने खुलासा किया था कि कई ऐसे नमक के बड़े ब्रांड्स है जिनमे प्लास्टिक मिलाकर बेचा जा रहा है। IIT बॉम्बे ने अपनी रिसर्च में बताया कि बाजार में माइक्रोप्लास्टिक नामक तत्व के बहुत ही छोटे कणो को नमक के साथ मिलाकर बेचा जा रहा है।
इस रिसर्च में यह खुलासा किया गया कि इन कणों को अपनी आँखों से नमक में पहचान पाना बहुत मुश्किल होता है क्युकी यह कण पांच मिलीमीटर से भी कम साइज के होते है और इसका रंग भी बिलकुल नमक के रंग सा होता है। उस रिसर्च में बताया गया की यह संभव है की हम सबके नमक में यह कण हो। बाजार से कुछ नमक के पैकेट लेके यह रिसर्च किये गए थे।
इस रिसर्च में पाया गया की जिस नमक के पैकेट की जांच की गयी थी उसमे माइक्रोप्लास्टिक के 626 कण पाये गए थे। अगर इस रिसर्च पर यकीन करे तो हर 1kg नमक में लगभग 63.76 माइक्रोग्राम माइक्रो-प्लास्टिक के कण पाए गए थे। अगर देखा जाये तो यह काफी बड़ी मात्रा है! एक तरफ जहा पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है वही ऐसी खबर लोगो का मनोबल थोड़ा और तोड़ देती है!
अब इससे हम यह पता लगा सकते है की कि अगर कोई इंसान एक दिन 10 ग्राम नमक खाता है तो एक साल में वह 234 माइ्क्रोग्राम नमक का सेवन कर लेता है।
कैसे पता करे नमक में मिलावट
अगर आप यह पता लगाना चाहते है की आपका नमक मिलावटी है या नहीं तो इसके लिए आपको 1 चम्मच नमक 1 गिलास पानी में मिलाना है और याद रखे की गिलास आप कांच का ले जिससे आर पार देखना आसान हो जाएगा। अगर आपका नमक मिलावटी होगा तो वह पदार्थ नीचे ताल पर बैठा मिलेगा और पानी का रंग भी सफेद हो जाएगा। और इसके विपरीत अगर आपके नमक में कोई मिलावट नहीं होगी तो नमक पानी में पूरी तरह से मिल जाएगा।